वो आये लिए
नव प्रस्फुटित
सुकोमल, सुगन्धित
पुष्प प्रचुर.
जीवनदायी
जल से भरे
मेघ सम.
संग लाये
नृत्य में मगन
मयूर.
शीतल सरिता
जल जीवन
जीवन जल लिए.
छाया प्रदान करते
बरसों तक जैसे
फलदार तरुवर
वो आये
बसने.
नव प्रस्फुटित
सुकोमल, सुगन्धित
पुष्प प्रचुर.
जीवनदायी
जल से भरे
मेघ सम.
संग लाये
नृत्य में मगन
मयूर.
शीतल सरिता
जल जीवन
जीवन जल लिए.
छाया प्रदान करते
बरसों तक जैसे
फलदार तरुवर
वो आये
बसने.
3.26pm, 30/10/2012
In English- http://prritiy.blogspot.in/2012/10/came-to-stay.html
BAHUT SUNDAR
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ReplyDeletebahut sundar
ReplyDeletepoem of subtle feelings!
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