ब्लॉग में आपका स्वागत है

हृदय के उदगारों को शब्द रूप प्रदान करना शायद हृदय की ही आवश्यकता है.

आप मेरी शक्ति स्रोत, प्रेरणा हैं .... You are my strength, inspiration :)

Sunday, December 11, 2011

तेरी मुस्कान खिले

*******************


मिले  थे  जब  पहली  बार  हम
एक  धुंधली  सी  तस्वीर  थी  तुम
तुम  जब  आई  नजरों  के  सामने
सादगी  से  सजा  रूप  देखा  सामने
बस  जड़  तस्वीर  हो  गया  था  मैं
पुकारती  ना  तुम  तो  न  जागता  मैं