कुछ गम की कहानी है
कैसे सुनाऐं क्या है
अपनी कहानी पुरानी है
होंठ मुस्कराते हैं
फिर भी आँखों में पानी है
खिलाता गुलजारे चमन है
पर दिल में विरानी है
समुन्द्र सी उफ़नती है
पर मरुस्थली ये जवानी है
पर मरुस्थली ये जवानी है
आँखों में आँसू लाती है
ऐसी अपनी कहानी है
छोडो भी मन उदास होगा तुम्हारा
अपनी भी क्या सुनानी है
एहसान होगा हम पर तुम्हारा
नही पलकें तुम्हारी भिगानी है
pics from google
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