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ब्लॉग में आपका स्वागत है
हृदय के उदगारों को शब्द रूप प्रदान करना शायद हृदय की ही आवश्यकता है.
आप मेरी शक्ति स्रोत, प्रेरणा हैं .... You are my strength, inspiration :)
Tuesday, January 24, 2012
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ब्लॉग में आपका स्वागत है
हृदय के उदगारों को शब्द रूप प्रदान करना शायद हृदय की ही आवश्यकता है.
दुनिया भी हार जाती है नेह के सामने
ReplyDeleteप्रभु जो आन बसते हैं हर सच्चे दिल में
आपकी प्रस्तुति लाजबाब है प्रीति जी.
मेरे ब्लॉग पर आप जब भी आतीं
हैं,अपने सुवचनों से मेरा उत्साह और
मनोबल बढ़ा जाती हैं.
आपके सकारात्मक प्रीतिमय भाव
प्रसन्नता प्रदान करते हैं.
सुन्दर प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत आभार.
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Deleteबहुत सुन्दर रचना... मैंने भी इस पर कोशिश की है... जल्द ही आपके सामने प्रस्तुत होगी
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Deletewah !
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DeleteJab dil hi lag gya hai to der kaisa.........
ReplyDeletegehri abhivyakti
RIGHTLY SAID....YOU HAVE DARE TO SAY IT
ReplyDeleteसुंदर गहरी अभिव्यक्ति बहुत अच्छी रचना,..
ReplyDeleteNEW POST --26 जनवरी आया है....
दिल लगाने वाले नहीं डरते
ReplyDeleteडरपोक दिल कहाँ रखते
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क्या यह गणतंत्र है
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