वो सुबह क्या उजाला देगी जब वो न होंगे
वो शाम कहाँ सुरमई होगी जब वो न होंगे
श्रृंगार ये कहाँ दमकेगा जब वो न होंगे
आत्मा कहाँ होगी जब आत्मन ही न होंगे
11.25am, 23 aug, 13
वो शाम कहाँ सुरमई होगी जब वो न होंगे
श्रृंगार ये कहाँ दमकेगा जब वो न होंगे
आत्मा कहाँ होगी जब आत्मन ही न होंगे
11.25am, 23 aug, 13
will the morning be glorious when you are not there
can the
evening be enchanting when i am alone here
the adornment won't glisten till your eyes don't see
life-nectar
my soul gets my soulmate you are that sea
11.43pm, 23 aug,
13
बहुत खूब कहा है ...
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